Friday, April 29, 2011

खामोश पानी



बहता हूँ खामोश उस पानी की तरह,
अधूरी अनकही एक कहानी की तरह,
पगली सी मीरा दीवानी की तरह,
बहता हूँ खामोश उस पानी की तरह, 

लय में पवन मस्तानी की तरह,
संगीत से सजी रवानी की तरह,
दिल में बसी निशानी की तरह,
बहता हूँ खामोश उस पानी की तरह,

नाम है मेरा पर फिर भी सब से अनजान हूँ,
घूमता हूँ मस्ती में, जग कहता की मैं नादान हूँ,
दिल में छुपे सपनो में फूकता में जान हूँ,

लेखक हूँ अपने जीवन के कालचक्र का,
सबूत हूँ अपनी चाहत के अपार, अदम्य फक्र का,
पन्ना हूँ सपनो की पुस्तक के आदित्य सन्दर्भ का,

जग कहे कुछ यूँ की मैं किस्मत का मारा हूँ,
धुतकारा, फिटकरा सबने समजा की बस आवारा हूँ,
अम्बर के दामन से टूटता, धुंधलाता एक तारा हूँ,

देखो तो सुनहरे स्वप्न का दरिया हूँ मैं,
समझो तो जीवन के भेद का जरिया हूँ मैं,
पर तुम्हारी नज़रों में तो एक कावारियां हूँ मैं,

तो कहता हूँ लफ्जों की नादानी की तरह,
अधूरी, अनकही एक कहानी की तरह,
सपनो में बहती जवानी की तरह,
बहता हूँ खामोश उस पानी की तरह,
बहता हूँ खामोश उस पानी की तरह !!!

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