Thursday, April 21, 2011

इंतज़ार


आज सपनो में तेरा कुछ यूँ दीदार हुआ,
तन्हा मेरा दिल ये फिर बेकरार हुआ,
अरसो बाद अपनी नींदों से फिर प्यार हुआ,
आज सपनो में तेरा कुछ यूँ दीदार हुआ,

सपना टूटा, जागा मैं, जीना दुश्वार हुआ,
तेरे बिन लागे कुछ यूँ की जग बेकार हुआ,
आज भी इंतज़ार है तेरा, इस कदर मुझे प्यार हुआ,
आज फिर सपनो का कुछ यूँ इंतज़ार हुआ,
आज फिर सपनो का कुछ यूँ इंतज़ार हुआ......

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